मुख्यमंत्री ने गोरखपुर मण्डल के विकास कार्यो की किया समीक्षा

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मुख्यमंत्री ने गोरखपुर मण्डल के विकास कार्यो की किया समीक्षा

बाढ़ बचाव का दिया निर्देश

नालो की सफाई व यातायात व्यवस्था सुदृढ़ करें

आपदा पीड़ित परिजनों को वितरित किये सहायता धनराशि

मुख्य संवाददाता
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्माण कार्यो के गुणवत्तायुक्त, समयवद्धता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए कहा कि यदि कार्य समयबद्ध ढंग से पूर्ण किये जाये तो रिवाइज स्टीमेट की स्थिति नही आयगी।

अनावश्यक व्यय भार नहीं बढेगा। उन्होंने कहा कि यदि कार्य समय से पूर्ण न हो तो सम्बंधित की जबाबदेही/उत्तरदायित्व निर्धारित की जायेगी। प्रत्येक परियोजना हेतु एक नोडल अधिकारी अवश्य नामित किये जाये। इसके अतिरिक्त उन्होंने निर्देशित किया कि बाढ़ बचाव से सम्बंधित सभी तैयारियां समय से पूर्व ही पूर्ण कर ली जाये। संवेदशील बंधों की मरम्मत कार्य बरसात से पूर्व करा लिये जाये और महानगर में जल जमाव की स्थिति नहीं होनी चाहिए। नालों की सफाई आदि के कार्य समय से से करा लिये जाये तथा कार्यो की नियमित मानिटरिंग की जाये।
मुख्यमंत्री ने उक्त निर्देश आयुक्त सभागार में आयोजित मण्डलीय विकास कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक करते हुए दिये। इस अवसर पर उन्होंने गोरखपुर जनपद के गायत्रीनगर निवासी 2 लाभार्थियों कलावती देवी के पुत्र की विद्युत दुर्घटना में एवं उर्मिला देवी के पति के असामयिक निधन पर मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से दो-दो लाख का चेक प्रदान किये।

मुख्यमंत्री ने जनपदवार विकास कार्यक्रमों कानून व्यवस्था एवं 10 करोड़ की परियोजनाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों से बेहतर संवाद स्थापित करते हुए माह में कम से कम एक बार उनके साथ बैठक किया जाये तथा यह भी सुनिश्चित हो कि जनप्रतिनिधियों के फोन प्रापर अटेंड हों तथा उनका प्रापर रिस्पांस हों। जनता के विश्वास पर खरा उतरना हम सभी कर दायित्व है। जनता के प्रति संवेदशील होकर अधिकारीगण उनकी समस्या का समाधान करे और दूरभाष के माध्यम से प्रकरण निस्तारण की जानकारी भी आवेदक से पूछे। मेरिट के आधार पर जनसमस्याओं का निस्तारण किया जाये। न्याय पाने का अधिकार सभी का है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अर्न्त-विभागीय समन्वय में बहुत बड़ी ताकत होती है और इसी का परिणाम है कि इन्सेफ्लाइटिस की समस्या को नियंत्रित किया गया है। मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत महिलाओं को स्वावलम्बन सम्मान से जुड़ी समस्याओं के समाधान हेतु ग्राम पंचायतो में साप्ताहिक कार्यक्रम बनाते हुए अर्न्त-विभागीय समन्वय की सयुक्त टीम चौपाल लगाकर समस्याओं का संवेदनशीलता के साथ निस्तारित करें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि सभी अधिकारी समय से कार्यालयों में उपस्थित होकर जन समस्याओं का निस्तारण सुनिश्चित करें और जनसमस्याओं का एक रजिस्टर भी बनाया जाये तथा उसमें निस्तारण की स्थिति अंकित की जाये। इसके साथ ही अधिकारी अपने तैनाती स्थल पर ही रात्रि निवास करें।
स्कूल चलो अभियान के तहत मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के प्रति गांव वार जागरूकता उत्पन्न करते हुए यह सुनिश्चित किया जाये कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न होने पाये और वह स्कूल अवश्य जाये उसे यूनिफार्म जूता मोजा आदि उपलब्ध कराये। कार्याकल्प योजना के तहत विद्यालयों के सौन्दर्यीकरण पर विशेष बल दिया ताकि विद्यालयों में कुछ नयापन दिखे। बीमारियों से बचने हेतु स्वच्छता एवं शुद्ध पेयजल को अपने जीवन मे अपनाना होगा तभी संक्रमित बीमारियों से बचा जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद नगर निगम/गाम पंचायतो सेे 75-75 तालाबों का निर्माण कराया जाये तथा अमृत महोत्सव के तहत इन तालाबो को अमृत सरोवर का नाम दिया जाये। हर ग्राम पंचायत में एक खेल का मैदान तथा सालिड वेस्ट हेतु एक खाद्व का गढ्ढा बनाया जाये जिससे कम्पोस्ट खाद्व भी तैयार होगा, किसी भी योजना में अनियमितता की शिकायत नहीं होनी चाहिए और योजनाएं रोजगारपरक हो। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि कहीं गड़बड़ी की शिकायत पाई जाती है तो सम्बंधित के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
मुख्यमंत्री ने संचारी रोग/दस्तक अभियान की नियमित समीक्षा करने के निर्देश देते हुए कहा कि उद्यमियों/व्यापारियों की समस्याओं के निराकरण हेतु मण्डल/जनपद स्तरीय समीक्षा बैठक अवश्य की जाये। हर ग्राम में ग्राम सचिवालय स्थापित हो और ग्रामीणों की समस्या का समाधान वही से किया जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जाम की समस्या से निजात पाने हेतु ट्रैफिक नियमों का पालन किया जाना आवश्यक है ताकि स्पूर्ति के साथ आवागमन संचालित रहें। उन्होंने गोरखपुर-सोनौली मार्ग, नौसढ़-पैडलेगंज, गोरखपुर-वाराणसी आदि मार्गो के निर्माण कार्यो को तेजी के साथ पूर्ण करने के निर्देश सम्बंधित कार्यदायी संस्थाओं को दिये ताकि जनसामान्य को आवागमन में असुविधा न हो सके। कलेक्ट्ररी एवं कमिश्नरी को इंटीग्रेटेड आफिस बनाने तथा पर्यटन को बढा़वा देने के निर्देश देते हुए कहा कि गोरखपुर मण्डल में पर्यटन की ढेर सारी सम्भावनाये है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी बनाने की तरह स्मार्ट गांव बनाने की दिशा में भी कार्य किये जाये तथा स्ट्रीट वेन्डरों को व्यवस्थित पुर्नवासन किया जाये।
योगी ने कहा कि सड़कों के चौड़ीकरण के साथ ही जल निकासी हेतु डेनेज की व्यवस्था, अण्डरग्राउंड केबिल को विकसित करें। उन्होंने कहा कि वनटांगियां गांव, मुसहर बस्ती में मूलभुत सुविधाएं विकसित की जाये। कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि अपराधियों से शक्ति से निपटा जाये। थानो पर आने वाले लोगो के लिए पेयजल, बैठने आदि का पर्याप्त व्यवस्था के साथ ही उनकी शिकायतो की सुनवाई संवेदनशीलता के साथ हो। थानो पर अनावश्यक पड़ी समानो का नियमानुसार निस्तारण भी किया जाये। पुलिस पेट्रोलिंग को व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ाया जाये सप्ताह में एक दिन शहीद स्थलों/पर्यटन स्थलों पर पुलिस बैण्ड के द्वारा देश भक्ति की धुन को बजाया जाये।
बैठक के दौरान मण्डल के सभी जिलाधिकारियों ने अपने अपने जनपद के विकास कार्यक्रमों की प्रगति तथा पुलिस के अधिकारियों द्वारा कानून व्यवस्था के संबंध में प्रस्तुतिकरण दिया गया।
बैठक में सांसद राज्य सभा जय प्रकाश निषाद, सांसद बांसगांव कमलेश पासवान, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती साधना सिंह, महापौर सीताराम जायसवाल, विधायक फतेह बहादुर सिंह, श्रीराम चौहान, प्रदीप शुक्ला, विपिन सिंह, महेन्द्रपाल सिंह, राजेश त्रिपाठी सहित मण्डलायुक्त रवि कुमार एनजी एवं मण्डल के अधिकारीगण उपस्थित रहें।

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