पाकिस्तान में  फ्लड इमरजेंसी ! मस्जिदों से ऐलान, झेलम नदी में बाढ़ से दहशत में आए लोग

0
163

पाकिस्तान में  फ्लड इमरजेंसी ! मस्जिदों से ऐलान, झेलम नदी में बाढ़ से दहशत में आए लोग

नई दिल्ली (न्यूज एजेंसी)। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की कार्रवाई से पाकिस्तान पर हर तरफ से मुसीबत टूट रही है। भारत की तरफ से सिंधु जल संधि को स्थगित करने के बाद ‘आतंकिस्तान’ पानी के तरसने वाला है। इस बीच शनिकार को पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया है कि भारत ने बिना किसी पूर्व सूचना के झेलम नदी में अधिक पानी छोड़ दिया। जिसके कारण मुजफ्फराबाद में अचायक भयंकर बाढ़ आ गई है।
पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद के हट्टिन बाला इलाके में पानी छोड़ने के बाद स्थानीय लोग इलाका खाली कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। स्थिति खराब होने के बाद मुजफ्फराबाद प्रशासन ने वॉटर फ्लड इमरजेंसी का ऐलान किया है। अचानक झेलम नदी में पानी छोड़ने से मुजफ्फराबाद के पास पानी का स्तर तेजी से बढ़ गया। मस्जिदों में ऐलान कर स्थानीय लोगों को चेतावनी दी जा रही है।
पाकिस्तानी मीडिया का दावा है कि झेलम नदी में पानी भारत के अनंतनाग से घुसा और चकोठी क्षेत्र से होकर बह गया। चकोठी में पानी की मात्रा में अचानक और असामान्य वृद्धि देखी गई, जिससे नदी के किनारे बसे गांवों में अफरा-तफरी मच गई और लोगों में दहशत बनी हुई है। झेलम नदी का जलस्तर सामान्य से 7-8 फीट ऊपर बढ़ गया है और लोगों को नदी के किनारों से दूर रहने की चेतावनी दी गई है।
मुजफ्फराबाद के डिप्टी कमिश्नर मुदस्सर फारूक का कहना है कि झेलम नदी में निचले स्तर पर बाढ़ आ गई है, जिससे 22,000 क्यूसेक पानी बह रहा है। वहीं, पाकिस्तान के राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) का कहना है कि अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बारे में जानकारी नहीं दी गई है, पानी को मंगला बांध तक पहुंचने में समय लगेगा और नीचे की ओर सुरक्षा उपाय किए गए हैं। पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि भारत पानी को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।
भारत ने स्थगित की सिंधु जल संधि- 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आंतकी हमले के बाद भारत सरकार ने 1960 में हुई सिंधु जल संधि स्थगित कर दी है। भारत ने सिंधु जल संधि स्थगित करने के लिए आधिकारिक अधिसूचना भी जारी कर दी है। भारत की जल संसाधन सचिव देबाश्री मुखर्जी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष सैयद अली मुर्तजा को लिखे पत्र इसकी जानकारी दी थी। विश्व बैंक की मध्यस्थता से 1960 में भारत और पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि की थी। यह समझौता दोनों देशों को सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के उपयोग के तौर तरीकों का प्रावधान करता है।
अब नहीं देनी होगी बाढ़ की खबर- सिंधु जल संधि के तहत दोनों देशों के जल आयुक्तों की सालाना बैठक होती थी, जो अब नहीं होगी। अब भारत, पाकिस्तान को नदियों का प्रवाह, बाढ़ की चेतावनी और ग्लेशियर पिघलने की जानकारी देने के लिए बाध्य नहीं है। शनिवार को भी भारत ने ये ही किया है। पाकिस्तान को झेलम नदी में पानी छोड़ने की जानकारी नहीं दी गई।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here