संगीत मानव जीवन के हर क्षेत्र में विद्यमान : डॉ. शरद मणि

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संगीत मानव जीवन के हर क्षेत्र में विद्यमान : डॉ. शरद मणि

*महायोगी गोरखनाथ विवि के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय में दीक्षारंभ सप्ताह का तीसरा दिन

गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय में अधिष्ठाता प्रो. डॉ सुनील कुमार सिंह की अध्यक्षता में सत्र 2023-2024 में नवप्रवेशित विद्यार्थियों हेतु दीक्षारंभ सप्ताह के तीसरे दिन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित बुद्ध पीजी कॉलेज कुशीनगर के रिटायर्ड रीडर डॉ. शरद मणि त्रिपाठी ने ॐ का अभ्यास कराते हुए जीवन में संगीत के महत्व की जानकारी दी।

विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए डॉ. त्रिपाठी ने कहा कि संगीत ही विज्ञान की आत्मा है। संगीत मानव जीवन के हर क्षेत्र में विद्यमान है। बच्चे के पैदा होने से लेकर मृत्यु तक वह जाने-अनजाने प्रत्येक क्षण संगीत से जुड़ा रहता है। सृष्टि की उत्पत्ति में संगीत का भी बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि संगीत द्वारा हम अपनी आत्मा एवं चित को शांति प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने कृषि को भी संगीत से जुड़ा बताया और कई ध्वनि, राग आदि के माध्यम से उत्तर प्रदेश तथा अन्य क्षेत्रों के लोकगीत से रूबरू कराया।

द्वितीय सत्र में यूएसए में संगीत विशेषज्ञ डॉ. रुचि गुप्ता ने कहा कि संगीत सबको जोड़ने का काम करती है भले वो किसी भी क्षेत्र से संबंध रखता हो। उन्होंने बताया कि संगीत की कोई भाषा नहीं होती, उसमें किसी भी भाषा को स्वयं में समाहित कर लेने की क्षमता है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए उन्हें जीवन जीने की कला सिखाई और सात प्रकार के मूलमंत्र लिखवाए। उन्होंने संवेदनशील होने और जीवन को व्यवस्थित क्रम में रखने के लिए प्रेरित किया। धन्यवाद ज्ञापन संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के सहायक आचार्य डॉ अखिलेश कुमार दुबे और संचालन प्रवक्ता प्रभा शर्मा ने किया। कार्यक्रम में संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय तथा कृषि एवं संबद्ध उद्योग संकाय के समस्त शिक्षक उपस्थित रहे।

 

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