कैम्पियरगंज में हेडमास्टर अध्यापिका से छेड़खानी के आरोप में सस्पेंड
एक महीने से अकेले में बुला रहे थे हेडमास्टर
हस्ताक्षर करने गयी अध्यापिका को अकेले में पा कर किया छेड़खानी
विनय शर्मा
गोरखपुर। बिहार के बाद उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद में कैम्पियरगंज विकास खण्ड के एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय में तैनात हेडमास्टर कलयुगी निकला जो अपनी सहायक अध्यापिका को डोरे डाल रहा था अकेले पाने पर छेडख़ानी किया, अध्यापिका के शिकायत पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने हेडमास्टर को निलंबित कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार हेडमास्टर अध्यापिका को अकेले में मिलने के लिए बीते एक महीने से दबाव बना रहा था। अध्यापिका के शिकायत पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बीईओ से मामले की जांच कराया उसके बाद BSA ने हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया है।
बीएसए कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार शिक्षिका का कहना है कि हेडमास्टर अकेले में मिलने के लिए उस पर एक महीने से दबाव बना रहा था। वह हेडमास्टर के कमरे में उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने गई तो उसे अकेला पाकर हेडमास्टर ने उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की। कमरे से किसी तरह भाग कर उसने खुद को बचाया। शिक्षिका की शिकायत पर बीईओ से जांच कराने के बाद बीएसए ने हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया है। पीड़िता ने बीएसए को बीते बुधवार को प्रार्थना पत्र देकर कहा कि वह कैम्पियरगंज क्षेत्र के एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात है। वह गोरखपुर शहर से विद्यालय में पढ़ाने जाती है। विद्यालय उसके घर से तकरीबन 62 किमी दूर है। मंगलवार को वह विद्यालय पहुंचकर प्रधानाध्यापक के कक्ष में उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने पहुंची। उसे अकेला पाकर प्रधानाध्यापक उसके साथ जबरदस्ती करने लगे। वह किसी प्रकार भाग कर कमरे से बाहर निकली। विद्यालय में उसके अलावा दो अन्य महिला शिक्षक तैनात हैं।
शिक्षिका ने प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया कि प्रधानाध्यापक उसे अकेले में मिलने के लिए एक महीने से दबाव बना रहा था। बीएसए रमेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षिका की शिकायत की जांच खंड शिक्षा अधिकारी कैम्पियरगंज से कराया गई। जांच रिपोर्ट आने के बाद आरोपित प्रभारी प्रधानाध्यापक लाल बहादुर सिंह को निलंबित कर दिया गया है।