मशरूम खायें–कुपोषण भगाये, मशरूम उगाये व आत्मनिर्भर बने
मुख्य संवाददाता
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल दिशा निर्देशन में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, उ०प्र० के अन्तर्गत स्थापित क्षेत्रीय खाद्य अनुसंधान एवं विश्लेषण केन्द्र, लखनऊ द्वारा शहरी अन्चलों की माताओं / बहनों एवं नवयुवकों / वरिष्ठ नागरिकों को जनमानस के लिए विभिन्न प्रकार के रोजगारपरक प्रशिक्षण कार्यक्रम जैसे कि मशरूम उत्पादन एवं मूल्य संवर्धन, छत पर खेती, खाद्य प्रसंस्करण फूड सेफ्टी, न्यूट्रासिटिकल फूड प्रोडेक्ट, प्रोबायोटिक फूड, गुड आधारित उत्पाद, खाद्य उत्पादों में मिलावट की जाँच आदि संचालित किये जा रहे हैं।
निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश डा०आर के तोमर ने बताया कि मशरूम हमारे भोजन में प्रोटीन सम्बन्धी आवश्यकता को पूर्ण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मशरूम का व्यवसाय बहुत ही लाभकारी है। इसको छोटे स्तर पर प्रारम्भ कर अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। गृहिणी की रसोई में मशरूम पहुचाकर किस प्रकार कुपोषण को कम किया जा सकता है। डा०तोमर ने बताया कि 16 से 18 जून 2022 दिन गुरूवार से शनिवार तक क्षेत्रीय खाद्य अनुसंधान एवं विश्लेषण केन्द्र लखनऊ द्वारा 03 दिवसीय मशरूम उत्पादन एवं मूल्य संवर्धन प्रशिक्षण दिया जा रहा है।इस प्रशिक्षण से रोजगार प्राप्त करने में नवयुवतियों एवं नवयुवकों को एक नयी दिशा प्रदान होगी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में ओस्टर मशरूम, बटन मशरूम का उत्पादन किस प्रकार से किया जाता है इसका प्रैक्टीकल डेमॉस्ट्रेशन स्वयं लाभार्थियों के माध्यम से कराया जायेगा।
क्षेत्रीय खाद्य अनुसंधान एवं विश्लेषण केन्द्र, लखनऊ के निदेशक एस के सिंह ने बताया कि सुखा हुआ मशरूम, मशरूम पाउडर, मशरूम सूप, मशरूम आचार, श्रीखण्ड, योगर्ट, कुकीज, मफिन्स, बेबी फूड, कैनिंग, मशरूम की विभिन्न सब्जियाँ, पुलाव, मशरूम सैनविच, मशरूम बर्गर आदि के बनाने की तकनीकी जानकारी प्रैक्टीकल डेमोस्ट्रेशन के माध्यम से लाभार्थियों को योग्य प्रशिक्षक के द्वारा उपलब्ध करायी जायेगी । इच्छुक लाभार्थी अपना पंजीकरण प्रथम आवक प्रथम पावक के आधार पर करा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए संस्था की बेवसाइट www.rfracgov.in पर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते है अथवा मो न० 8090033152 पर जानकारी कर सकते है ।