अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित चौरीचौरा विधायक
पुलिस प्रशासन मनमानी कर कार्यकर्ताओं का कर रहा है उत्पीड़न- ई सरवन निषाद
जिला प्रशासन ने मनमाने तरीकों से हटाया मेरा सुरक्षा: विधायक
दो बार मुझे हत्या करने की मिल चुकी है धमकी- निषाद
गोरखपुर। चौरीचौरा विधायक ई. सरवन निषाद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके बताया कि भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य दीपक कुमार जायसवाल के साथ चौरीचौरा पुलिस का व्यवहार घोर निंदनीय और मनमानी पूर्ण रवैया है। राजनीति में मुकदमे दर्ज होते हैं इसका यह मतलब नहीं है कि वह अपराधी है और चौरीचौरा पुलिस ने जो दुर्व्यवहार किया है वह सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि कार्यालय में घुसकर एक सम्मानित व्यक्ति को अपराधी कहना यह कहीं से भी सही नहीं है इससे समाज में गलत संदेश जाता है। कार्यकर्ताओं में निराशा होती है।
उन्होंने बताया की एक वर्ष पूर्व मुझे जेल से जान से मारने की धमकी दिया गया था जिसके बाद मुझे सुरक्षा प्रदान किया गया जिसे जिला प्रशासन मनमानी तरीके से हटा लिया है।
राजनीति में हम लोग अपने समाज के हक और अधिकारों की लड़ाई लड़ते हैं तमाम विरोधी दल एवं विरोधियों की आंखों में खटकते हैं, तमाम निषाद समाज के नेताओं की निर्मम तरीके से हत्या हुई चाहे वह जमुना निषाद सहित दर्जनों निषाद समाज के नेताओं की हत्या हुई है। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अभी हाल ही में बिहार में निषाद समाज के नेता मुकेश सहनी के पिता की निर्मम हत्या हो गई है। इसके बावजूद भी शासन प्रशासन मेरी सुरक्षा हटाकर मनमानी रवैया अपना रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे खिलाफ साजिश किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश और पूरे देश में निषाद समाज को जोड़ने और उनके हक और अधिकारों की लड़ाई में लगातार हम लोग संगठन के कार्यों और अन्य गतिविधियों में पूरे प्रदेश और देश में भ्रमण करते हैं। जहां सुरक्षा जरूरी होती है, लेकिन सुरक्षा हटाकर गोरखपुर जिला प्रशासन मनमानी कर रहा है।
विधायक ने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलकर पूरे मामले को अवगत कराऊंगा दोषी पर कार्रवाई की मांग करूंगा।