गोरखपुर को निपुण बनाने को आंकाक्षी स्कूलों की पढ़ाई में सुधार जरुरी : सीडीओ
*परिषदीय विद्यालयों की एक दिवसीय गोष्ठी का आयोजन*
गोरखपुर। निपुण भारत अभियान क्रियान्वयन को गति देने के लिए गुरुवार को परिषदीय विद्यालयों की एक दिवसीय गोष्ठी का आयोजन हुआ।
विगत जनवरी से मार्च में डायट प्रशिक्षुओ द्वारा जनपद की 1987 स्कूलों के 57,244 छात्रों का आकलन किया गया था। कक्षा 3 के छात्रों के निपुण के स्तर को जांचने के लिए किए गए इस आकलन में पिछड़ रहे बॉटम 200 स्कूलों को चिन्हित किया गया है। इन स्कूलों के हेड को संबोधित करते हुए मुख्य विकास अधिकारी संजय मीना ने कहा कि जनपद को मार्च 2024 तक निपुण बनाने के लिए आंकाक्षी विद्यालयों को पढ़ाई पर विशेष ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। इसके लिए इन स्कूलों के शिक्षकों को योजनबद्ध ढंग से कार्य करना आवश्यक है। निपुण भारत अभियान के तहत कक्षा 3 तक के छात्रों को गणित और हिंदी में लक्षित दक्षताओं तक पहुँचाकर गोरखपुर को निपुण जनपद बनाना है। शिक्षकों के पढ़ाने के तरीके में व्यवहार गत बदलाव लाने के लिए विभाग द्वारा प्रदान की गई संदर्शिका से पढ़ाकर सभी स्कूल हेड अपने विद्यालय को निपुण बनाने की योजना को गति दे। पढ़ाई गई दक्षताओं का कार्यपुस्तिका में छात्रों से अभ्यास कराएं ताकि छात्रों के लिए सीखना अधिक आसान हो जाएं। निपुण की इस मुहीम को सफल बनाने के लिए मासिक अभिभावक बैठक जैसे मंच का प्रयोग करके शिक्षक अभिभावकों से जुड़े।
इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेंद्र सिंह ने बताया कि सभी स्कूल हेड अपने विद्यालय के शिक्षकों के साथ जुड़कर टीम भावना से कार्य करें। साप्ताहिक आकलन करते हुए छात्रों के सीखने के स्तर को जरूर जाँचे और पिछड़ रहे छात्रों के रेमीडीयल शिक्षण के लिए हर दिन समय निकाले। जिला समन्वयक, समग्र शिक्षा विवेक जायसवाल ने कार्यशाला की रुपरेखा को व्यक्त किया ऒर प्रधानाध्यापकों को स्पष्ट किया कि यह वर्कशॉप निपुण जनपद की कार्य योजना को दिशा देने का प्रयोग हैं। हर शिक्षक हर विद्यालय प्रभावशाली ऒर क्षमतावान है, बशर्ते वह निपुण दिशा निर्देशों का अनुसरण करते हुए शिक्षण प्रारंभ कर दें । जनपद स्तर पर आयोजित इस गोष्ठी के पहले बैच में गगहा, कैम्पियरगंज, ब्रह्मपुर, भटहट, भरोहिया, बेलघाट, बड़हलगंज, बांसगाँव विकास खंड की 97 स्कूलो के स्कूल हेड, संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी, स्टेट कोर ग्रुप के सदस्य, समस्त अकादमिक रिसोर्स पर्सन शामिल हुए। शेष विकास खंड के 103 स्कूल मुखियाओं की गोष्ठी अगले शनिवार को आयोजित होगी।