गणेश चौथ:- भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना भगवान गणेश हो जाएंगे रुष्ट
नई दिल्ली। पंचांग के अनुसार, हर मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश (संकष्टी) चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। वहीं, माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि काफी खास होती है। क्योंकि इस दिन गणेश चौथ के रूप में व्रत रखा जाता है। इस चौथ को गणेश चौथ, लंबोदर चतुर्थी, माघी चौथ, तिलकुटा चौथ, तिल चतुर्थी जैसे नामों से भी जाना जाता है। आज के दिन महिलाएं अपने संतान की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और सौभाग्य के लिए व्रत रखती हैं। आज भगवान गणेश की विधिवत पूजा करने के साथ कुछ नियमों का भी जरूर ध्यान रखना चाहिए।
जानिए सकट चौथ के दिन किन कामों को करने की है मनाही- भगवान गणेश को तुलसी कभी भी अर्पित नहीं करना चाहिए। क्योंकि पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान गणेश ने मां तुलसी के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा था। ऐसे में देवी तुलसी ने क्रोधित होकर गणेश जी को दो विवाह का शाप दे दिया था। इसलिए तुलसी का इस्तेमाल गणपति जी की पूजा में नहीं किया जाता है।
इस दिन काले रंग के वस्त्र धारण नहीं करना चाहिए। क्योंकि काला रंग अशुभ माना जाता है। इसके अलावा भगवान शनि की पूजा करते समय पहना जाता है।
इसलिए काले रंग की बजाय पीले, लाल, हरे आदि रंग के वस्त्र धारण कर सकते हैं। भगवान गणेश को सफेद रंग की चीजें जैसे सफेद रंग के फूल. वस्त्र, जनेऊ, सफेद चंदन आदि नहीं अर्पित करना चाहिए। क्योंकि सफेद चीजें चंद्रमा से संबंधित है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्रदेव से एक बार गणेश जी के रूप का उपहास किया था। जिसके कारण गणेश जी ने उन्हें शाप दे दिया था। भगवान शिव की तरह भगवान गणेश को केतकी का फूल नहीं चढ़ाना चाहिए। भगवान गणेश का वाहन मूषक होता है। इसलिए आज के दिन मूषक यानी चूहे को नहीं सताना चाहिए।