एक्सप्रेस-वे पर दुपहिया वाहन से गये तो कटेंगे 20 हजार रुपये के चालान
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर बाइक या स्कूटी से सफर किया तो कटेंगे चालान
शुक्रवार को पहले दिन पांच दुपहिया वाहनों के कटे चालान
काशी और डासना टोल पर अभियान
मेरठ। यदि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर आप अपने बाइक या स्कुटी से सफर कर रहे हैं तो 20 हजार रुपये का जुर्माना भरने के लिये तैयार हो जाये। शुक्रवार को पहले दिन कुल 5 बाइक के 20- 20 हजार रूपये का चालान काटा गया जिसके बाद हड़कम्प मच गया है।
मिली जानकारी के अनुसार एक्सप्रेस वे से गुजर रहे पांच दुपहिया वाहन के 20-20 हजार रुपये का चालान काटे गए। प्रतिबंधित होने के बावजूद एक्सप्रेस पर दुपहिया और तीन पहिया वाहनों को रोक पाने में एनएचएआइ और ट्रैफिक पुलिस लगातार विफल ही साबित हो रही थी। ऐसे में इस रूट में ये वाहन दुर्घटना का कारण बन गये है। चालान के रूप में मोटी रकम वसूली से एक्सप्रेस वे पर दुपहिया वाहनों के आवागमन पर रोक लग सकेगा। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर बेधड़क दौड़ रहे दो पहिया वाहन हादसों के कारक बन चुके है। पुलिस कार्रवाई करती है। जिस वजह से कुछ दिनों तक वाहनों का आवागम रूक जाता है। लेकिन उसके बाद स्थित पहले जैसी हो जाती है।
गाजियाबाद और मेरठ पुलिस ने काशी व डासना टोल प्लाजा पर अभियान चलाकर दो पहिया वाहन चालकों के चालान काटे और उनसे एक लाख रूपये से ज्यादा का शमन शुल्क वसूला। शुक्रवार को टीएसआई निमेष कुमार ने काशी टोल प्लाजा पर अपनी टीम के साथ दो पहिया वाहन चालकों की रोकथाम के लिए अभियान चलाया। उन्होंने नो एंट्री में प्रवेश करने वाले पांच वाहनों के बीस हजार रूपये के चालान काटे।
इस दौरान कृषि वाहन भी एक्सप्रेस-वे पर दौ़ड़ते हुए मिले। हालांकि आस-पास के ग्रामीण होने की वजह से पुलिस ने उन्हें चेतावनी देकर वापस भेज दिया। इस कार्यवाही पर दो पहिया वाहन चालकों ने पुलिस का विरोध किया। जिस वजह से काशी टोल प्लाजा पर हंगामे की स्थिती बन गई। लेकिन पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा का हवाला देकर शांत करा दिया।
एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि गाजियाबाद पुलिस ने डासना और मेरठ पुलिस ने काशी टोल से एक्सप्रेस-वे पर प्रवेश करने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई की है। दो पहिया वाहनों को रोकने के लिए प्रतिदिन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। यदि वाहन चालक चेतावनी देने के बावजूद एक्सप्रेस-वे पर आते है तो कार्रवाई की जाएगी।