अपने गृह जनपद में 400 बेटियों के हाथ पीले कराएंगे सीएम योगी
गोरखपुर। किसी भी मां-बाप के लिए बेटी का विवाह सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है। उन मां-बाप के लिए यह जिम्मेदारी पहाड़ जैसी होती है जो निर्धन या आर्थिक रूप से बेहद ही कमजोर होते हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद से योगी आदित्यनाथ ने गरीब के घर में जन्मी कन्याओं का सहारा ही नहीं बने बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर मां बाप की मदद के लिए आगे आए और उन्होंने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की शुरुआत कर बेटियों की शादी का जिम्मा अपनी सरकार पर डाल दिया है। जानकारी के अनुसार सीएम योगी के कार्यकाल में दो लाख से अधिक कन्याओं का विवाह मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कराया जा चुका है।
इसी क्रम में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत शुक्रवार को उनके गृह जनपद गोरखपुर में 400 बेटियों के हाथ मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत पीले कराए जाएंगे।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का आयोजन महंत दिग्विजयनाथ स्मृति पार्क में होगा। इस आयोजन में जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी मेजबान की भूमिका में जीवन की नई पारी शुरुआत करने वाले नव दम्पत्तियों को आशीर्वाद देंगे। मौके पर ही कन्या,वर पक्ष से आमंत्रित लोगों का सहभोज भी होगा। वर-वधु पक्ष को सुबह 9 बजे बुलाया गया है। गुरुवार को आयोजन स्थल पर पाण्डाल लगाने के साथ ही साथ साज सज्जा की गई। मुख्य विकास अधिकारी इंद्रजीत सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आशुतोष कुमार पाण्डेय, जिला पूर्ति अधिकारी समेत अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण कर अब तक की गई तैयारियों का जायजा लिया।जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि 6 ब्राह्मण पुरोहित एवं 01 मौलवी शादियां सम्पन्न कराने के लिए बुलाए गए हैं। 12 बजे मांगलिक अनुष्ठान शुरू हो जाएगा। बताते चलें कि 2017 में पहली बार सरकार बनाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामूहिक विवाह योजना की शुरुआत कराई थी। योजना का उद्देश्य शादियों में अनावश्यक प्रदर्शन और फिजूलखर्ची को खत्म करने के साथ ही गरीब परिवारों की बेटियों के ऐसे विवाह की व्यवस्था करना है जिसमें जिले के वीआईपी जुटे हों।
*बेटियों के खाते में आएंगे 35 हजार*
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत प्रति लाभार्थी 51 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। जिसमें लाभार्थी कन्या के खाते में 35 हजार, 10 हजार का सामान और 6 हजार रुपये प्रति लाभार्थी आयोजन पर खर्च होगा। सामान में वर और वधु के वस्त्र, साफा, चुनरी, चांदी की पायल-बिछिया, टिन का बक्सा, बर्तन, प्रेशर कुकर आदि सामग्री दिए जाने की व्यवस्था है।