इंसेफेलाइटिस- गोरखपुर मण्डल में 178 गांव संवेदनशील

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इंसेफेलाइटिस- गोरखपुर मण्डल में 178 गांव संवेदनशील

मण्डलायुक्त ने बैठक कर दिया निर्देश

मुख्य संवाददाता
गोरखपुर। मण्डलायुक्त रवि कुमार एन.जी. ने कहा कि टीकाकरण के माध्यम से जे0ई0 को नियंत्रित किया गया है लेकिन ए0ई0एस0 पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने मण्डलवासियों से कहा कि अगर किसी बच्चें के अन्दर इंसेफलाइटिस के लक्षण दिखाई दे तो वे तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर ले जायें ताकि उसका त्वरित इलाज प्रारम्भ हो सके, इसमें विलम्ब नही होना चाहिए। उन्होंने बताया कि इंसेफलाइटिस ट्रीटमेन्ट सेन्टर एवं मिनी पीकू संचालित है, जहां 24 घंटे इलाज की व्यवस्था है, समय से इलाज कराने से प्रभावित बच्चे को बचाया जा सकता है।
उक्त बातें मण्डलायुक्त ने आयुक्त सभागार में आयोजित जेई/ए0ई0एस0 की मण्डलीय टास्क फोर्स की समीक्षा बैठक करते हुए कही। इस अवसर पर उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिया कि कुपोषित बच्चों पर विशेष ध्यान दें क्योंकि अधिकांश कुपोषित बच्चे इस बीमारी के शिकार होते है कोई भी बच्चा मण्डल में कुपोषित न रहने पाये। बताया गया कि मण्डल में कुल 178 गांव अति संवेदनशील है। आयुक्त ने कहा कि इन गांवों में विशेष सफाई अभियान चलाकर गांव को स्वच्छ रखा जाये और वहां फागिंग, छिड़काव आदि करायें ताकि मच्छर न पनपने पाये। साफ सफाई से अनेक बीमारियां स्वतः समाप्त होती है। उन्होंने स्कूली बच्चों को भी जे0ई0/ए0ई0एस0 के विषय में प्रतिदिन बच्चों को इस बीमारी से बचाव, लक्षण आदि के बारे में अवश्य जागरूक करें।
मण्डलायुक्त ने कहा कि अस्पतालों में पर्याप्त बेडों की उपलब्धता होनी चाहिए। बताया गया कि मण्डल में कुल 606 बेड तथा 158 वेंटीलेटर्स की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि इंसेफलाइटिस बीमारी के प्रति जन जागरूकता लाने की आवश्यकता है। ए0ई0एस0 जलजनित बीमारी है इसलिए शुद्ध पेयजल हेतु इंडिया मार्का-2 हैण्डपम्प अथवा वाटर सप्लाई का सेवन किया जाये। छोटे हैण्डपम्प के जल का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। मण्डलायुक्त ने यह भी निर्देश दिये कि इंसेफलाइटिस को समूल नष्ट करने के लिए सी.एच.सी./पी.एच.सी. को मजबूती से काम करना होगा। सीएमओ सीएचसी/पीएचसी का भ्रमण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
मण्डलायुक्त ने कहा कि अर्न्तविभागीय समन्वय अत्यंत आवश्यक है। एक अभियान के तहत अति संवेदनशील गांव में सफाई व्यवस्था ठीक करने तथा जलजमाव एवं तालाबों में गंबूजिया मछली अवश्य डाली जाये। उन्होंने यह भी कहा कि आशा एएनएम, आंगनवाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका की नालेज बढ़ाने हेतु उनका प्रशिक्षण अवश्य कराया जाये। एक अच्छे एवं स्वस्थ्य समाज की स्थापना करना हम सभी का दायित्व है और इसमें सभी को सहभागी बनना होगा। उन्होंने कहा कि जनपदवार जेई/ए0ई0एस0 केसेस की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये तथा मरीज को अस्पताल लाने एवं ले जाने हेतु एम्बुलेंस सेवा को मजबूत करना है।
बैठक में ए0डी0 हेल्थ, प्राचार्य मेडिकल कालेज, मुख्य चिकित्साधिकारी गण तथा विभिन्न विभागों के संबंधित अधिकारी गण उपस्थित रहे।

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