रक्षक बना भक्षक- वर्दी को शर्मसार कर पैसों के लिये बना लुटेरा
कैंट पुलिस की गिरफ्त में लूट का आरोपी एसएसबी जवान मारूति नंदन
मारुति पुलवामा एसएसबी में जवान
विनय शर्मा
गोरखपुर। वर्दी वाला भक्षक बन गया, चंद पैसों के लिए लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहा था एसएसवी का एक जवान। जो गोरखपुर कैंट पुलिस के हाथ लगा।
कैंट पुलिस ने घटना का खुलासा कर बतायी की जवान मारुति नंदन लुटेरों के लिए लूट की घटना को अंजाम देने में रेकी करता था जिसे कैंट पुलिस सोमवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान चिलुआताल के मोहरीपुर चौहान टोला निवासी मारूति नंदन पुत्र दाताराम चौहान के रूप में हुई। पुलिस ने उसके पास से लूट के 95 हजार रुपये व घटना में प्रयोग की गई बाइक बरामद किया है।पुलिस के सामने उसने अपना जुर्म कबूलते हुए बताया कि ज्यादा पैसे के लालच में वह लुटेरा बन गया।
सीओ कैंट श्यामदेव बिंद व कैंट इंस्पेक्टर शशिभूषण राय ने बताया कि लूट के आरोपी जवान को रिजनल स्टेडियम के पास से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार बीते 4 अप्रैल 2022 की शाम में रुस्तमपुर के पास दो बाइक सवार अज्ञात बदमाशों ने शैलेंद्र कुमार मिश्रा से पैसो से भरा बैग लूट लिया। बैग में कुल 4 लाख 60 हजार रुपये थे। पुलिस शैलेन्द्र कुमार मिश्र की तहरीर पर केस दर्ज कर जांच कर रही थी।
बीते दिन मुठभेड़ में घायल दोनों लुटेरों से पूछताछ में सामने आया नाम। सीओ कैंट ने बताया कि रामगढ़ताल पुलिस व एसओजी टीम के साथ रामगढ़ताल इलाके में रविवार को दो लुटेरों से मुठभेड़ हुई थी। जिसमें अजीत मिश्रा उर्फ सोनू बाबा पुत्र शम्भू मिश्रा निवासी सिधवाना थाना बेलघाट व मनोज चौहान पुत्र दूधनाथ चौहान निवासी मोहरीपुर थाना चिलुआताल के पैर में गोली लगी थी। दोनों को इलाज के बाद गिरफ्तार किया था। रामगढ़ताल पुलिस ने दोनों के पास से इस लूट की घटना से सम्बन्धित 1 लाख 42 हजार रुपये बरामद किया गया था। पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने घटना में शामिल अपने अन्य साथियों का नाम बताया था। जिसमें एसएसबी के जवान मारूति का भी नाम आया। जिसके बाद कैंट पुलिस ने सोमवार को उसे गिरफ्तार की।
पुलिस के सामने आरोपी मारूति ने बताया कि वह जम्मू कश्मीर के पुलवामा में एसएसबी में हवलदार है। वह वहां खाना बनाता है। जिसके उसे 15 हजार मासिक तनख्वाह मिलती है। एक साल बाद वह वहां परमानेंट होने वाला था। हालांकि कभी वह एसएसबी का जवान बता रहा है तो कभी बीएसएफ का जवान बता रहा है।
पुलिस अब उसके बटालियन से पत्राचार कर संपर्क कर रही है और सही जानकारी जुटा रही है। ताकि उसके गिरफ्तारी की सूचना उसके बटालियन तक पहुंचाई जा सके और उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई हो सके। आरोपी मारूति ने बताया कि वह अपने लुटेरे साथियों की सूचना पर किसी भी घटना को अंजाम देने के पहले गांव आता था और लूट की घटना को अंजाम देकर वापस ड्यूटी चला जाता था। पिछले दो महीने से ही वह गांव आया था।
सीओ कैंट ने बताया कि आरोपी जवान मारूति अपने गांव के दोस्तो के साथ मिलकर लूट की घटना हो अंजाम देता था। अपने दोस्त मनोज चौहान के बताये हुए व्यक्ति को टारगेट करके उसके पीछे अपनी बाइक से लग जाता है।अपने साथियों को उसका लोकेशन बताता रहता है। जैसे ही टारगेट किये हुए व्यक्ति को सुनसान स्थान पर रोककर लूट की घटना करता था। इसी प्रकार इसने 4 अप्रैल को हुई लूट की घटना में भी मारूति नंदन ने पीड़ित का पीछा किया था।
रुस्तमपुर ढाले के पास सूनसान स्थान देखकर साथियों मनोज साहनी उर्फ टमाटर पुत्र विदेशी निवासी केवटहिया नकहा नंबर 1 थाना चिलुआताल, सुनील चौहान उर्फ बहादुर पुत्र श्रीराम चौहान, मनोज साहनी पुत्र देवमुनी साहनी,राजकुमार पुत्र रामलौट चौहान, वीरेन्द्र कसौधन पुत्र स्वर्गीय ठाकुर कसौधन, मनोज चौहान पुत्र दूधनाथ चौहान निवासीगण मोहरीपुर थाना चिलुआताल और अजीत मिश्र उर्फ सोनू बाबा पुत्र शम्भू मिश्रा निवासी सिधवाना थाना बेलघाट के साथ मिलकर 4 लाख 60 हजार रुपये लूट लिया था। लूटे गए पैसे को इन लोगों ने अपने अपने रोल के हिसाब से बांट लिया था। पुलिस अब अन्य फरार आरोपियों मनोज साहनी उर्फ टमाटर,सुनील चौहान उर्फ बहादुर, मनोज साहनी, राजकुमार, वीरेंद्र कसौधन की तलाश कर रही है।
पुलिस ने जो रकम एसएसबी के जवान के पास से बरामद किया है। वह 95 हजार उसे लूट की घटना में उसके रोल के अनुसार मिले थे। जवान ने बताया कि वह ज्यादा पैसे कमाने के लालच में वह बहक गया और गांव के इन लुटेरों के साथ मिल गया। चूंकि वह अपनी बाइक से रेकी करता था और उसकी बाइक प्रयोग हुई थी इसलिए उसे हिस्सा मिला था। उसने सोचा कि पार्ट टाइम में लूट कर अच्छी खासी कमाई हो जाती है। मारूति नंदन के खिलाफ इसके पहले और कोई केस दर्ज नहीं है।